Your skin is very smooth and contains tiny holes which are known as pores. Some time, these pores are blocked with dirt, oil and blocked by oil. These blocked pores may develop as a pimple on your skin. If these types of pimples are occur repeatedly then you may have acne. Acne is one of the common problem from which young girls and boys are suffering. Sometime, Acne becomes a painful although it is not a life threatening problem.
Cause of Acne:
Repeatedly developing pimple or “zit” can be due to Acne. It arises when pores of your skin become blocked due to dirt, sand, dead skin, accumulation of oil and toxic substances. There is small tiny pores have opening to the follicle. These follicles are made up of hair and sebaceous gland. Sebaceous gland release oil which travel up the hair from the follicles and come onto the skin. This oil is responsible of making your skin lubricated and smooth. So, one of the leading cause of Acne can be problem in the lubrication process. The blockage of oil in follicles due to dirt, pollution can be lead to acne.
There are certain risk factors associated with Acne which are:
How I am able to diagnose acne?
If you think pimples are repeatedly occurring on your skin then you have to consult a physician. She/he should be able to confirm a diagnosis by examining your skin.
How Acne can be prevented?
There are some natural Ayurvedic remedies that can help to relieve from the Acne. You can use Ayurvedic medicinal ointments which are formulated from herbs like Aloe Vera and cucumber and completely free from chemically synthesized molecules.
मुंहासा क्या हैं?
हमारी त्वचा में बहुत छोटे छोटे सुराख होते है जिन्हें छिद्र कहा जाता है. कभी कभी इन छिद्र में धुल, मिटटी और तेल जम जाता है. यही छिद्र ही पिंपल्स बनते हैं. अगर इस तरह के पिंपल्स लगातार हो तो मुंहासा बन जाता है.ये एक ऐसी समस्या है जिनसे आजकल के लड़के और लडकिया पीढित हैं. कभी कभी मुंहासा बहुत दर्दनाक हो जाता है. ये जीवन भर की समस्या है.
मुंहासा होने के कारण: पिंपल्स लगातार होने के कारण मुंहासे होते है. ये तब होता है,जब तेल, मिटटी मृत त्वचा और रोम छिद्र में फंस जाते हैं. छोटे छोटे छिद्र उस जगह को खोल देते है. यही कूप वसामय ग्रंथि बन जाती है. वसामय ग्रंथि ही तेल को रिहा कर उसमें से बाल और कूप बाहर की और निकलने लगता है. यही तेल जिम्मेदार है आपकी त्वचा को चिकना बनने का.इसीलिए यही सबसे मुख्य कारण है, मुंहासे की समस्या में चिकनी त्वचा का बनना. मिटटी,प्रदुषण की वजह से तेल छिद्र में जम् जाता है और मुंहासे होने का कारण बनते है.
मुंहासे के साथ कुछ जोखिम घातक जुड़े है :-
हमें कैसे पता चलेगा की हमें मुंहासे है:-
अगर हमें लगता है के पिम्प्लस लगातार हो रहे हैं त्वचा पर तो हमें डॉक्टर को दिखाना चाहिए. डॉक्टर हमारी त्वचा को टेस्ट करके बता सकता है के हमें मुंहासे है.
मुंहासे को कैसे रोका जा सकता हैं:-
कुछ आयुर्वेदिक तरीके है हमें मुंहासे से राहत दिलाने में हमारी मदद कर सकता है.हम आयुर्वेदिक औषधियां जैसे एलो-वेरा, खीरे से बने होते है उनका प्रयोग करना चाहिए जोकि हर तरह से कैमिकल्स से मुक्त होते है.
अपना चेहरा दिन में दो बार रूप मंत्रा फेस-वॉश से साफ़ करें जोकि खीरे का बना है.
रूप मंत्रा क्रीम का प्रयोग करके तेल को निकालने के लिए.
मेक अप से परहेज करें क्यूंकि इसमें ज्यादा तेल होता है.
रात को सोने से पहले अपना चेहरा रूप मंत्रा फेस वॉश से धोएं.
व्यायाम के बाद अपनी त्वचा को साफ़ करें.
तंग कपड़ो से परहेज करें.